Friday, November 8, 2019




पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय इंदौर में जेण्डर संवेदनशीलता संबंधी
कार्यशाला का आयोजन किया गया
                पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय इंदौर के आकाशगंगा ऑडिटोरियम में पुलिस अधीक्षक श्री तुषार कान्त विद्यार्थी के निर्देशन में जेण्डर संवेदनशीलता संबंधी कार्यशाला का आयोजन किया गया।
                इस अवसर पर श्री विद्यार्थी ने कहा कि पुलिस बल में 30% महिलाओं की भर्ती इसी आशय से शासन द्वारा की गई है कि महिला फरियादियों की बातः महिला पुलिसकर्मी बेहतर तरीके से सुनकर उसका निराकरण कर सकती है।
                कार्यशाला में श्रीमती अनुपा गोखले संस्था पहल एनजीओ द्वारा जेण्डर संवेदनशीलता संबंधी जानकारी नवआरक्षकों को प्रदाय की उन्होने सर्वप्रथम जेण्डर की परिभाषा से नवआरक्षकों को अवगत करवाया गया। उन्होने बताया कि बदलते परिवेश में संवेदनशीलता क्यों जरूरी है। आर्टिकल 21 एवं 19 में लिंग के आधार पर समान रूप से अधिकारों के संबंध में जानकारी दी गई । 
                महिला/पुरूष को अलग-अलग करने के कारण एवं ट्रांसजेंडर संबंधी कई उदाहरणों से नवआरक्षकों को अवगत करवाया गया।
                कार्यस्थल पर यौन शौषण, सेक्चुअल हरॉसमेंट, डोमेस्टिक वायलेंस, संबंधी जानकारियों से अवगत कराया तथा इस संबंध में किस प्रकार जागरूकता लाई जा सके से अवगत करवाया गया।
                थानों में महिला/पुरूष फरियादी के आने पर उनके साथ शालीनता से पेश आना एवं उनकी भावनाओ को समझ कर की जाने वाली कार्यवाहियों से अवगत करवाया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती राजेश्वरी महोबिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री रणजीत सिंह चौहान, समस्त उप पुलिस अधीक्षक, वैज्ञानिक अधिकारी, समस्त एडीपीओं, रक्षित निरीक्षक, सहित समस्त अधिकारी/कर्मचारी एवं प्रशिक्षुगण उपस्थित थे।

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