Thursday, April 14, 2022

 "जीवन अनमोल है" अपनेपन से दूर करें तनाव, बचाए जीवन

इंदौर पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय (पी टी सी) द्वारा आयोजित "जीवन अनमोल है" में स्कूली बच्चों ने सिखा तनाव को दूर कर पढ़ाई पर फोकस करने का तरीका 

इंदौर कमिश्नर श्री हरिनारायण चारी मिश्र रहें मुख्यातिथि

इंदौर 13 अप्रेल 2022

पिछले 2-3 वर्षो से कोरोना ने  सभी के जीवन को बहुत प्रभावित किया है कोई अपनी जॉब से हाथ धो बैठा है तो किसी का बिज़नेस ठप हो चुका है तो कई परिवारों ने अपनो को खोया है लेकिन स्कूली बच्चों के तनाव को हमेशा से नज़रंदाज़ ही किया जाता है इसी तनाव को दूर करने के लिए इंदौर पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय (पी टी सी) में आयोजित कार्यक्रम "जीवन अनमोल है" किया गया जिसमें बच्चों को पढ़ाई के तनाव एवं करियर के तनाव का कैसे सामना किया जाए यह सिखाया गया। जिसमें 15वी बटालियन पुलिस पब्लिक स्कूल , स्टूडेंट पुलिस कैडेड योजना के तहत पिपलियाहाना एवं  मूसाखेड़ी के शासकीय स्कूल के लगभग 120 विद्यार्थी शामिल थे। जिसमें मुख्यातिथि इंदौर कमिश्नर श्री हरिनारायण चारी मिश्र जी, डॉ अभय गुप्ता (प्रिंसिपल एल इन सी टी कॉलेज) एवं डॉ रमन शर्मा (कंसल्टेंट साइकेट्रिस्ट, मेदांता हॉस्पिटल) शामिल हुए।

इंदौर कमिश्नर श्री हरिनारायण चारी मिश्र जी ने कहा कि आज कल के वर्चुअल युग के कारण हम अपनों के पास हो कर भी दूर महसूस करते है अपनी समस्या अपने ही मन मे रखते है और वह तनाव मन मे घर कर जाता है अपनी समस्याओं को शेयर करना चाहिए समय -समय पर अपने दोस्तों से शेयर करें हर समस्या का हल निकालने की कोशिश करें। जितना तनाव हम अपने मन मे रखेंगे उतना ही तनाव हमसे जुड़ा रहेगा। हमेशा पोसिटिव सोच रखें लगातार सही क्षेत्र में मेहनत करें। असफलता केवल एक पढाव है जीवन का अंत नहीं इसलिए असफलता के प्रभाव को हावी न होने दे एवं पुनः प्रयास करें।

इंदौर पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय पुलिस अधीक्षक श्रीमती हितिका वासल ने कहा हमारे भारत में हर रोज़ लगभग 30 आत्महत्या होती है जिनकी उम्र महज 18 या उस से कम होती है यह उम्र ही ऐसी होती है जिसमें कई समस्याएं ऐसी होती है जो हम अपने पैरेंट्स से शेयर नहीं कर सकते है ऐसे में आपको अपने दोस्तों से शेयर करना चाहिए। प्रॉब्लम्स तो जीवन का हिस्सा है प्रॉब्लम्स तो आती रहेंगी लेकिन हम अपनी मेन्टल हेल्थ को मजबूत बना कर उसका सामना कर सकते है।

डॉ रमन शर्मा, (कंसल्टेंट साईकेस्ट्रिक, मेदांता हॉस्पिटल) ने बताया एनजाईटी परफॉर्मेंस के बारे में बहुत कम लोग जानते है यह होना अच्छा है यह हमें अपने कामों को या टारगेट को पूरा करने में मदद करता है लेकिन एनजाईटी ज्यादा होना डिप्रेशन में  बदलने लगता है। हमें इसे मैनेज करना आना चाहिए जैसे आप जो भी काम हाथ में ले उसे पूरी मेहनत और लगन से पूरा करना चाहिए अगर आप उस काम के बारे में  सिर्फ सोचते रहेंगे तो वो काम पूरा नहीं होगा और अपने दिमाग में एनजाईटी बनी रहेगी। आज कल के बच्चे एवं युवा नशे के प्रति बहुत जल्दी आकर्षित हो रहे है यह केवल आपको नुकसान के अलावा और कुछ नहीं दे कर जाता चाहे वह नुकसान मानसिक रूप से हो या शारीरिक रूप से या आर्थिक रूप से इसलिए जो दोस्त आपको पहली सिगरेट ऑफर करेगा वो आपका सबसे बड़ा दुश्मन होगा।

पुलिस अधीक्षक पीटीसी श्रीमती हीतिका वासल द्वारा पुलिस कमिश्नर श्री हरिनारायण चारी मिश्र तथा अन्य अतिथि व्याख्याताओं को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया

















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