बम की सूचना पर स्थानीय पुलिस द्वारा प्राथमिक स्तर पर की जाने वाली कार्यवाही से नव आरक्षकों को अवगत कराने के लिए इकाई के प्रभारी पुलिस अधीक्षक श्री आर एस देवके के निर्देशन में इंदौर जिले की बम निरोधक टीम को बुलाया गया इस टीम ने इकाई के 1400 नव आरक्षकों एवं इकाई के स्टाफ को एक्सप्लोसिव एवं उसको डिफ्यूज करने के उपकरणों की जानकारी एवं तरीके के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी निरीक्षक श्री खालिद मुस्ताक एवं उप निरीक्षक श्री भागवत प्रसाद केवट ने आज दिनांक 18 .8.18 को दी ।
नव आरक्षकों को सर्वप्रथम बताया कि बम की सूचना देने वाले से नाम पता पूछ लेना चाहिए एवं बम रखें हुए स्थान उसका रंग एवं किस चीज के अंदर रखा हुआ है यह बातें अवश्य पूछ लेनी चाहिए जिससे बम ढूंढने में काफी सहूलियत होती है इसके उपरांत वरिष्ठ अधिकारी पुलिस कंट्रोल रूम फायर ब्रिगेड एवं एंबुलेंस को घटना की जानकारी देना चाहिए ।
बम की सूचना पर सर्वप्रथम उपस्थित सभी व्यक्तियों से कहना चाहिए कि अपना अपना सामान लेकर बाहर जाएं जिससे लावारिस वस्तु की पहचान जल्दी हो सकेगी और संदिग्ध वस्तु के आसपास रेत की बोरी रख देते हैं ज्वलनशील पदार्थ जैसे पेट्रोल टैंकर एवं गैस टैंकर को दूर करें एवं संदिग्ध वस्तु के ऊपर रजाई गद्दे डाल सकते हैं जिससे विस्फोट होने पर निकलने वाले पदार्थों से हानि कम हो सके स्वयं एवं जनता को संदिग्ध वस्तु से कम से कम सौ मीटर की दूरी पर रखें ।
नव आरक्षकों को एक्सप्लोसिव टीएनटी RDX पीईटीएन की भौतिक जानकारी दी एवं बम से बचाव करने वाले उपकरणों जिसमें विस्फोटक डिटेक्टर , मोबाइल जैमर, अंडर व्हीकल सोर्स मिरर , से परिचय कराया संदिग्ध वस्तुओं को उठाने के लिए एंटी एक्सप्लोसिव किट पहनकर लाइव डेमो भी दिया ।
यह महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए निरीक्षक श्री खालिद मुस्ताक के साथ उपनिरीक्षक श्री भागवत प्रसाद, आरक्षक गिरजा सागर बरुआ, आरक्षक कुलदीप , आरक्षक शेर सिंह, आरक्षक वीरेंद्र नेगी, आरक्षक नरेंद्र पटेल
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नव आरक्षकों को सर्वप्रथम बताया कि बम की सूचना देने वाले से नाम पता पूछ लेना चाहिए एवं बम रखें हुए स्थान उसका रंग एवं किस चीज के अंदर रखा हुआ है यह बातें अवश्य पूछ लेनी चाहिए जिससे बम ढूंढने में काफी सहूलियत होती है इसके उपरांत वरिष्ठ अधिकारी पुलिस कंट्रोल रूम फायर ब्रिगेड एवं एंबुलेंस को घटना की जानकारी देना चाहिए ।
बम की सूचना पर सर्वप्रथम उपस्थित सभी व्यक्तियों से कहना चाहिए कि अपना अपना सामान लेकर बाहर जाएं जिससे लावारिस वस्तु की पहचान जल्दी हो सकेगी और संदिग्ध वस्तु के आसपास रेत की बोरी रख देते हैं ज्वलनशील पदार्थ जैसे पेट्रोल टैंकर एवं गैस टैंकर को दूर करें एवं संदिग्ध वस्तु के ऊपर रजाई गद्दे डाल सकते हैं जिससे विस्फोट होने पर निकलने वाले पदार्थों से हानि कम हो सके स्वयं एवं जनता को संदिग्ध वस्तु से कम से कम सौ मीटर की दूरी पर रखें ।
नव आरक्षकों को एक्सप्लोसिव टीएनटी RDX पीईटीएन की भौतिक जानकारी दी एवं बम से बचाव करने वाले उपकरणों जिसमें विस्फोटक डिटेक्टर , मोबाइल जैमर, अंडर व्हीकल सोर्स मिरर , से परिचय कराया संदिग्ध वस्तुओं को उठाने के लिए एंटी एक्सप्लोसिव किट पहनकर लाइव डेमो भी दिया ।
यह महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए निरीक्षक श्री खालिद मुस्ताक के साथ उपनिरीक्षक श्री भागवत प्रसाद, आरक्षक गिरजा सागर बरुआ, आरक्षक कुलदीप , आरक्षक शेर सिंह, आरक्षक वीरेंद्र नेगी, आरक्षक नरेंद्र पटेल
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आरक्षक चालक अर्जुन पटेल एवं डॉग मास्टर दिनेश शर्मा नव आरक्षकों के बीच उपस्थित हुए कार्यक्रम का संचालन उप पुलिस अधीक्षक श्री सुनील तालान ने किया
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