Thursday, May 19, 2022

 "पुलिस एवं नैतिकता" पर दो दिवसीय नेशनल वेबिनार

कुल 38 जिले सहित राजस्थान, जम्मू - कश्मीर एवं छत्तीसगढ़ राज्य के लगभग 1300 प्रतिभागी सम्मिलित होंगे वेबिनार में

इंदौर 19 मई 2022

पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, इंदौर में 2 दिवसीय (19 एवं 20 मई) वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है जिसका शीर्षक पुलिस एवं नैतिकता (Police and Ethics) रखा गया है। वेबिनार में आरक्षक से लेकर पुलिस अधीक्षक स्तर के पुलिस अधिकारी/कर्मचारी ऑनलाइन शामिल हुए। वेबिनार का शुभारंभ श्रीमती अनुराधा शंकर(भा. पु. से.) अति. पुलिस महानिदेशक(प्रशिक्षण) पु. मु. भोपाल द्वारा किया गया एवं अतिथि व्याखताओ का स्वागत एवं परिचय पुलिस अधीक्षक पी टी सी , इंदौर श्रीमती हितिका वासल द्वारा दिया गया।

द डर्टी हैरी प्रॉब्लम

डॉ. आशीष(भा. पु. से.) उप पुलिस महानिरीक्षक, काउंटर इंटेलिजेंस पुलिस मुख्यालय भोपाल ने वेबिनार का सम्बोधन करते हुए बताया कि 

पुलिस के समक्ष परिणाम प्राप्त करने की चुनौतिया - 

पुलिस की डयूटी के दौरान हर दिन नई-नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है इसमें सबसे बड़ी चुनौती परिणाम प्राप्त करना होता है जैसे जब भी कोई नया केस या अपराध होता है तो उसका परिणाम कैसे निकाला जाए अपराधियों को पकड़ना निर्दोष लोगों को सजा से बचाना आदि होता है।

पुलिस की कार्यवाही में वैधानिकता -

पुलिस हर मुद्दों पर सेंसटिव एवं डेडीकेशन के साथ काम करती है पुलिस में किसी भी पद पर किसी भी केस या स्तिथि में गलती की गुंजाइश बहुत कम होती है इसलिए सही परिणाम के लिए शुरुआत से ही आपको वैधानिकता के रास्ते पर चलना चाहिए । जब आप वैधानिक रास्ता अपनाते है तो आपको सफलता से दूर नहीं रखा जा सकता ।

अवैधानिक तरीके से कार्यवाही करने के दुष्परिणाम -

बीते कुछ वर्षों में पुलिस की कार्यवाही में काफी बदलाव देखने मिला है लेकिन लक्ष्य प्राप्ति में या कार्यवाही के दौरान यदि कोई अवैधानिक रास्ता अपनाता है तो किसी एक व्यक्ति की गलती की वजह से पूरे पुलिस बल की छवि पर सवाल उठाये जाते है इसे अवैधानिक तरीके से कार्यवाही के दुष्प्रभाव कहते है।

डॉक्टर विनीत कपूर डीसीपी मुख्यालय भोपाल द्वारा पुलिस की कार्य संस्कृति और नैतिकता के संबंध में बताया गया कि किस प्रकार  विभाग की कार्य संस्कृति का असर किसी व्यक्ति विशेष पर पड़ता है और व्यवस्था को सुधारने के लिए  विभाग की कार्य संस्कृति में भी अपेक्षित बदलाव किए जाने जरूरी होते हैं .

वेबिनार में मध्यप्रदेश के 38 जिले, 14 बटालियन, ईओडब्ल्यू, रेल, नारकोटिक्स, महिला सुरक्षा शाखा, आरएपिटीसी, पीआरटीएस, पुलिस आईटीआई एवं प्रशिक्षण शाखायें मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी,  भौंरी, भोपाल, पीटीएस पचमढ़ी, पीटीएस तिघरा, पीटीएस उमरिया के अतिरिक्त अन्य राज्य राजस्थान,जम्मू एन्ड कश्मीर एवं छत्तीसगढ़ राज्य के कुल 1381 प्रतिभागी सम्मिलित होंगे,  जिसमें 12 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 22 उप पुलिस अधीक्षक, 65 निरीक्षक, 184 उप निरीक्षक, 143 सहायक उप निरीक्षक, 65 निरीक्षक,  184 उप निरीक्षक, 143 सहायक उप निरीक्षक, 222 प्रधान आरक्षक एवं 733 आरक्षक सम्मिलित रहेंगे।












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